नवरात्रि का त्योहार भारत में हिंदुओं द्वारा व्यापक रूप से मनाया जाने वाला भारत का सबसे बड़ा त्योहार है। इस नवरात्रि त्योहार पर आपके और आपके परिवार के लिए लेकर आये है बहुत ही शानदार Happy Navratri SMS, Maa Durga status whatsapp status 2022 , Navratri Messages, हैप्पी नवरात्री शायरी, माँ दुर्गा के स्टेटस, Navratri Quotes Msg, Navratri Status in Hindi. और साथ ही यहाँ आपको Jai Mata Di Quotes in Hindi, Devotional Lines on Maa Durga for Wishes Messages to Friends & Family, हैप्पी नवरात्री स्टेटस फॉर व्हाट्सप्प फेसबुक और इंस्टाग्राम के लिए, जय माता दी कोट्स, माँ दुर्गा के भक्ति स्टेटस हिंदी में, शुभ नवरात्री शायरी सन्देश दो लाइन में, Happy Navratri Status for WhatsApp & facebook updations with beautiful pictures, Navratri Wishes Quotes etc Happy Navratri
मैंने तेरा नाम लेकर ही सारे काम किये है माँ,
और लोग समझते है कि, बंदा बहुत किस्मत वाला है ।
हमको था इंतजार वो घड़ी आ गई..
होकर सिंह पर सवार माता रानी आ गई।
मुबारक हो सबको नवरात्रि का पर्व,
माता करेंगी सभी के जीवन मे हर्ष।
या देवी सर्वभूतेषु शक्तिरूपेण संस्थिता
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:
आ जाओ सभी, की आज जगरात्रि हैं,
माँ सुनेंगी हर पुकार, की आज नवरात्रि हैं।
आंखे चाहे खोलूं या बंद करूं,
हर पल माता तेरा दर्श करूं।
सुबह सुबह लो माँ का नाम,
पूरे होंगे अधूरे बिगड़े काम।
जीवन को दोराहों से निकलने वाली
सबकी बिगड़ी बनाने वाली, जय हो माँ शेरावाली।
माँ जब भी तुझको पुकारा हैं
बिन मांगे सब पाया हैं..।
जननी है वो, तो वो ही काली,
दर पे उसके ना रहता, किसी का दामन खाली।
मैं मैं ना रहा, तू तू ना रहा, सब अपने हो गए,
माँ की नज़रों में जो देखा, सब सपने सच हो गए।
रोशनी माँ तेरे प्यार की पल पल महसूस करूं,
तुझसे है आस मेरी माँ, तभी तो करम करके धीरज धरूं।
चलो शरण में जगदम्बे की चलते हैं,
पनाह देगी वो उनको भी, जो पाप की तपन से जलते हैं।
जब भी मैं बुरे समय से घबराती हूँ,
मेरी पहाड़ोवाली माता की आवाज आती है “रुक मैं अभी आती हूँ”।
ज़िन्दगी का क्या हैं, हँसते खेलते गुजर जायेगी,
जयकारा लगाते रहो, माँ ने चाहा तो मोक्ष यह रूह पा जाएगी।
लोगों ने कुछ दिया तो सुनाया भी बहुत हैं,
हे माँ दुर्गे, एक तेरा ही दर हैं जहाँ मुझे कभी ताना नहीं मिला।
माँ दुर्गा भक्तो का करती विघ्न विनाश,
भक्तो की पीड़ा हरे, माँ करती कल्याण।
माता जिनको याद करे वो लोग निराले होते हैं,
माता जिनका नाम पुकारे किस्मत वाले होते हैं।
चारों तरफ जय माता दी जय माता दी छाई हुई हैं
फिर ये वृद्धआश्रमों में किसकी “माँ” आई हुई हैं।।
माँ जब भी तुझको पुकारा हैं,
बिन मांगे सब पाया हैं।
मैं तो पत्थर हूँ, मेरी माता शिल्पकार हैं मेरी,
हर तारीफ़ के वो ही असली हक़दार हैं..।।
यूँ ही नहीं झुकती दुनिया तेरे दर पे,
तकदीरें बनती हैं मैया तेरे दर पे।।
सारी रात माँ के गुण गायें,
माँ का ही नाम जपें, माँ में ही खो जाएँ।
चलो शरण में जगदम्बे की चलते हैं,
पनाह देगी वो उनको भी, जो पाप की तपन से जलते हैं
हे माँ तू शोक दुःख निवारीनी, सर्व मंगल कारिनी,
चंड-मुंड विधारिनी, तू ही शुंभ-निशुंभ सिधारिनी..।।
मां तेरे चरणों मे जो थोड़ी सी जगह मिल जाती,
मेरे तड़पते मन को भी थोड़ी राहत हो जाती..।।
माँ गौरी की कृपा से घरवाली बड़ी प्यारी मिली,
जैसे जीवन को मेरे फूलों की क्यारी मिली..।।
बिन बुलाए भी जहां जाने को जी चाहता हैं,
वो चौखट ही है तेरी माँ, जहां यह बंदा सुकून पाता हैं।
ए माँ गुनाहों को मेरे मैं कुबूल करता हूँ,
मोक्ष दे दे मेरी माँ, बस यही आशा रखता हूँ।
ना कोई भेंट मांगे तुमसे, ना कोई चढ़ावा,
माता रानी का दामन बस थाम लो, नवरात्री का शुभ पर्व हैं आया।
आंबे है वो, जगदम्बे है वो, वो ही सरस्वती और अन्नपुर्णा हैं,
उसकी शरण में न जाये बिना, जीवन बस एक तृष्णा हैं..।
चाहे हो राजा, या हो रंक,
बस चले आओ जयकारा लगाते हुए, अम्बे देती हैं सबको शरण।
सोचा करता था माँ तेरी कृपा बिना कैसे ज़रूरते होंगी पूरी,
तेरा आशीर्वाद मिला जो माँ तो नही रही कोई हसरत अधूरी।
अच्छा होता कि माँ के भजनों में वक्त गुजारते,
बेहतर होता कि जीवन भर बस माँ को निहारते।
सारी रात माँ के गुण गायें,
माँ का ही नाम जपें, माँ में ही खो जाएँ।
शेरों वाली मैया के दरबार में दुःख -दर्द मिटाये जाते हैं,
जो भी दर पर आते है, शरण में लिए जाते हैं। जय माता दी।
कभी ना हो दुखों का सामना, पग पग माँ दुर्गा का आशिर्वाद मिले,
नवरात्री की आपको ढेरों शुभ कामनाएं। शुभ नवरात्री।
सजा दरबार हैं और एक ज्योति जगमगाई हैं,
नसीब जागेगा उन जागरण करने वालो का, वो देखो मंदिर में मेरी माता मुस्करायी हैं।
लोगों ने कुछ दिया तो सुनाया भी बहुत हैं,
हे माँ दुर्गे ! एक तेरा ही दर हैं जहाँ मुझे कभी ताना नहीं मिला।
मैं तो पत्थर हूँ, मेरी माता शिल्पकार हैं मेरी,
हर तारीफ़ के वो ही असली हक़दार हैं..।।
दूर करे भय भक्त का, दुर्गा माँ का रूप,
बल और बुद्धि बढ़ाये, माँ देती सुख की धूप।
हर युग में मुनि ज्ञानी देते सबको यह उपदेश,
जो माँ दुर्गा का मनन मन से करे, उसके कटे कलेश।
माँ दुर्गा भक्तो का करती विघ्न विनाश,
भक्तो की पीड़ा हरे, माँ करती कल्याण। जय दुर्गा माँ
माँ तेरे चरणों में जो थोड़ी सी जगह मिल जाती,
मेरे तड़पते मन को भी थोड़ी राहत हो जाती..।। जय दुर्गा माँ
माता जिनको याद करे वो लोग निराले होते हैं,
माता जिनका नाम पुकारे किस्मत वाले होते हैं। जय दुर्गा माँ
आंखे चाहे खोलूं या बंद करूं,
हर पल माता तेरा दर्श करूं।
माँ जब भी तुझको पुकारा हैं,
बिन मांगे सब पाया हैं..। जय दुर्गा माँ
कितना भी लिखो इसके लिये कम हैं,
सच हैं ये कि माँ तू हैं, तो हम हैं। जय शेरावाली माँ
माँ गौरी की कृपा से घरवाली बड़ी प्यारी मिली,
जैसे जीवन को मेरे फूलों की क्यारी मिली..।।
हर युग में मुनि ज्ञानी देते सबको यह उपदेश,
जो माँ दुर्गा का मनन मन से करे, उसके कटे कलेश।
सुबह सुबह लो माँ का नाम,
पूरे होंगे अधूरे बिगड़े काम।
जय माता दी, जय माता दी, करता जाऊं शाम सवेरे,
माता तुमने मिटा दिए, मेरे जीवन के सभी अंधेरे..।।
चारों तरफ जय माता दी जय माता दी छाई हुई हैं,
फिर ये वृद्धआश्रमों में किसकी “माँ” आई हुई हैं।।
हे माँ तू शोक दुःख निवारीनी, सर्व मंगल कारिनी,
चंड-मुंड विधारिनी, तू ही शुंभ-निशुंभ सिधारिनी।।
जय माता दी, जय माता दी, करता जाऊं शाम सवेरे
माता तुमने मिटा दिए, मेरे जीवन के सभी अंधेरे..।।
माता का हाँथ पकड़कर रखिए,
लोगों के पाँव पकड़ने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
सदा भवानी दाहिनी, सन्मुख रहे गणेश,
पंच देव मिल रक्षा करें ब्रम्हा विष्णु महेश।
यूँ ही नहीं झुकती दुनिया तेरे दर पे,
तकदीरें बनती हैं मैया तेरे दर पे।।
अच्छा होता कि माँ के भजनों में वक्त गुजारते,
बेहतर होता कि जीवन भर बस माँ को निहारते।
हे माँ तू शोक दुःख निवारीनी, सर्व मंगल कारिनी,
चंड-मुंड विधारिनी, तू ही शुंभ-निशुंभ सिधारिनी।
आंखे चाहे खोलूं या बंद करूं,
हर पल माता तेरा दर्श करूं। जय शेरावाली माँ
कितना भी लिखो इसके लिये कम हैं,
सच हैं ये कि माँ तू हैं, तो हम हैं।
माँ गौरी की कृपा से घरवाली बड़ी प्यारी मिली,
जैसे जीवन को मेरे फूलों की क्यारी मिली।
हे माँ तू शोक दुःख निवारीनी, सर्व मंगल कारिनी,
चंड-मुंड विधारिनी, तू ही शुंभ-निशुंभ सिधारिनी।।
माँ दुर्गा की चरणों में जब जाता हूँ,
सच कहूँ तो बड़ा सुकून पाता हूँ,
सारे मुसीबतों से लड़ जाता हूँ,
जब कोई विकट दुःख आता है
तो मैं माँ के चरणों में आ जाता हूँ.
लक्ष्मी का हाथ हो,
सरस्वती का साथ हो,
गणेश का निवास हो,
और माँ दुर्गा के आशिर्वाद से आपके जीवन में प्रकाश ही प्रकाश हो॥
माता तेरे चरणों मे
भेंट हम चढ़ाते हैं
कभी नारियल तो
कभी फूल चढ़ाते हैं
और झोलियाँ भर भर के
तेरे दर से लाते हैं.
ना गिन कर दिया ना तोल कर दिया,
जब भी दिया शेरोंवाली माँ ने,
दिल खोल कर दिया… जय शेरोंवाली माँ
माता रानी वरदान ना देना हमें,
बस थोडा सा प्यार देना हमें,
तेरे चरणों में बीते ये जीवन सारा,
एक बस यही आशीर्वाद देना हमें।
जय माता दी
हमको था इंतजार वो घड़ी आ गई…
होकर सिंह पर सवार माता रानी आ गई…
होगी अब मन की हर मुराद पूरी…
भरने सारे दुःख माता अपने द्वार आ गई|
हे माँ तुमसे विश्वास ना उठने देना,
तेरी दुनिया में भय से जब सिमट जाऊं,
चारो ओर अँधेरा ही अँधेरा घना पाऊं,
बन के रोशनी तुम राह दिखा देना.
लाल रंग की चुनरी से सजा माँ का दरबार,
हर्षित हुआ मन, पुलकित हुआ संसार,
नन्हें-नन्हें क़दमों से माँ आए आपके द्वार…..
इस नवरात्रि यही हैं हमारी दुआ… “जय माता दी”
माँ लक्ष्मी का हाथ हो, सरस्वती का साथ हो,
गणेश का निवास हो, और माँ दुर्गा के आशीर्वाद से,
आपके जीवन में प्रकाश ही प्रकाश हो जय माता दी।
माँ के दरबार जायेंगे,
माँ के चरणों में शीश झुकायेंगे,
मा को अपना दुःख सुनायेंगे,
माँ का आशीर्वाद पायेंगे.
माँ के दरबार जब भी जाना,
थोड़ा पूण्य भी कमाना,
गरीबों को दान देकर
माँ का आशीर्वाद पाना.
माँ लक्ष्मी का हाथ हो,
सरस्वती का साथ हो,
गणेश का निवास हो,
और माँ दुर्गा के आशीर्वाद से,
आपके जीवन में प्रकाश ही प्रकाश हो
जय माता दी।
“माँ” की “आराधना” का ये “पर्व” है,
माँ की “ रूपों की भक्ति” का ये पर्व है,
बिगड़े काम बनानेका ये पर्व है,
“भक्ति” का “दिया दिल में जलाने” का पर्व !
हमको था इंतजार वो घड़ी आ गई,
होकर सिंह पर सवार माता रानी आ गई,
होगी अब मन की हर मुराद पूरी,
हरने सारे दुख माता अपने द्वार आ गई.
जय माता दी.
हे माँ तुमसे विश्वास ना उठने देना,
तेरी दुनिया में भय से जब सिमट जाऊं,
चारो ओर अँधेरा ही अँधेरा घना पाऊं,
बन के रोशनी तुम राह दिखा देना.
लक्ष्मी का हाथ हो,
सरस्वती का साथ हो.
गणेश का निवास हो,
और माँ दुर्गा के आशीर्वाद से
आपके जीवन में प्रकाश ही प्रकाश हो
सजा हे दरबार, एक ज्योति जगमगाई है,
सुना हे नवरात्रि का त्योहार आया हैं,
वो देखो मंदिर में मेरी माता मुस्करायी है… जय माँ दुर्गा.
ना गिन कर दिया ना तोल कर दिया,
जब भी दिया शेरोंवाली माँ ने,
दिल खोल कर दिया…
जय शेरोंवाली माँ
माँ दुर्गा का सिर पर हाथ हो,
पूरे परिवार में खुशियों का वास हो,
घर में सुख-शांति का निवास हो,
आपके जीवन में प्रकाश ही प्रकाश हो.
देखों, सिंह पर सवार होकर आई है मेरी माँ,
मन के सारे मुराद पूरी करने आई है मेरी माँ,
सारे जग में कोई नहीं माँ से बड़ा कृपालु
सारे दुःख और कष्ट को हरने आई है मेरी माँ.